Friday, 17 March 2017

करामात सआदत हसन मन्टो saadat hasan manto

लूटा हुआ माल बरआमद करने के लिए पुलिस ने छापे मारने शुरू किए।

लोग डरके मारे लूटा हुआ माल रात के अंधेरे में बाहर फेंकने लगे। कुछ ऐसे भी थे जिन्हों ने अपना माल भी मौक़ा पा कर अपने से अलाहिदा कर दिया ताकि क़ानूनी गिरिफ़्त से बचे रहें।

एक आदमी को बहुत दिक़्क़त पेश आई। उस के पास शकर की दो बोरीयां थीं जो उस ने पंसारी की दुकान से लूटी थीं। एक तो वो जूं तूं रात के अंधेरे में पास वाले कुवें में फेंक आया, लेकिन जब दूसरी उठा कर उस में डालने लगा तो ख़ुद भी साथ चला गया।

शोर सुन कर लोग इकट्ठे होगए। कुवें में रस्सियां डाली गईं। दो जवान नीचे उतरे और उस आदमी को बाहर निकाल लिया... लेकिन चंद घंटों के बाद वो मर गया।

दूसरे दिन जब लोगों ने इस्तिमाल के लिए उस कुँवें में से पानी निकाला तो वो मीठा था।

उसी रात उस आदमी की क़ब्र पर दिए जल रहे थे 

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