Friday, 17 March 2017

इश्तिराकियत सआदत हसन मन्टो saadat hasan manto

वो अपने घर का तमाम ज़रूरी सामान एक ट्रक

में लदवा कर दूसरे शहर जा रहा था कि रास्ते में लोगों

ने उसे रोक लिया। एक ने ट्रक के माल-ओ-अस्बाब

पर हरीसाना नज़र डालते हुए कहा, “देखो यार किस मज़े

से इतना माल अकेला उड़ाए चला जा रहा था”।

अस्बाब के मालिक ने मुस्कुरा कर कहा। “जनाब ये माल

मेरा अपना है”।

दो तीन आदमी हंसे। “हम सब जानते हैं”।

एक आदमी चिल्लाया। “लूट लो, ये अमीर आदमी है…

ट्रक लेकर चोरियां करता है”। 

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